एक
लम्बे अरसे के बाद हम पत्रकारों को किसी फिल्म की आउटडोर शूटिंग पर जाने
का अवसर प्राप्त हुआ, घोडबंदर
इस्तितिथ होटल सी-एन-रोक में शुलिन पिक्चर्स की प्रथम फिल्म "गिफ्ट
@ काफी शॉप" की शूटिंग पर जा पहुंचे, जहाँ फिल्म के निर्माताओ विजेंद्र
साहनी, हर्ष कावा व ऋषि हिंदुजा ने गर्मजोशी के साथ हमारा स्वागत किया. ये
एक खुशनुमा शाम थी जहाँ एक तरफ मंद मंद बहती ठंडी हवा के झोंके लग रहे थे
तो दूसरी तरफ होटल का पूरा लान व स्विम्मिंग पूल शूटिंग के लिए प्रयोग होने
वाले लाइटों से जगमगा रहा था. यहाँ पर एक रेनडांस की शूटिंग होने वाली
थी.
स्वागत उपरांत हमने निर्माता विजेंद्र
साहनी से फिल्म के बारे में पुछा तो उन्होंने बताया की उनकी शुरुवात ज़ी
चैनल से हुई थी, काफी दिनों से वो निर्माता बनना चाहते थे इसलिए उन्हें एक
अच्छी स्क्रिप्ट की तलाश थी जो की अभिषेक मेहरोत्रा की कहानी पर जा कर
ख़त्म हुई, फिल्म के शीर्षक "गिफ्ट @ काफी शॉप" के बारे में उन्होंने कहा की फिल्म की शुरुवात काफी शॉप से शुरू होती है और काफी
शॉप पे जा कर ख़त्म होती है, विजेंद्र साहनी ने बताया की वो इस फिल्म को
कारपोरेट तरीके से निर्माण कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है की रिलीज होने
तक कई कारपोरेट कंपनिया
उनसे जुड़ जाएँगी 'रेड बुल' नमक कंपनी तो अभी से साथ हो चुकी है. फिल्म के
दुसरे निर्माता ऋषि हिंदुजा पेशे से क्रिमनल वकील हैं और विजेंद्र साहनी
के रिश्तेदार [साले] भी हैं, इस कहानी से इतने प्रभावित हुए की उन्होंने
तुरंत ही अपने बहनोई के साथ फिल्म निर्माण में अपने कदम रख दिए.
फिल्म
के तीसरे निर्माता व निर्देशक हर्ष कावा इस फिल्म के पूर्व सन २०११ में एक
हिंदी फिल्म "४०४" में बतौर कला निर्देशक व प्रोडक्शन डिजाइनर के तौर पर
शामिल थे, उन्होंने फिल्म की कहानी के बारे में बताया की ये एक आम इंसान की
कहानी है जो हर किसी पर लागु होती है, जैसे की कोई भी शादीशुदा मर्द जब घर
के बाहर होता है तो अक्सर उसकी पत्नी का फोन आता है और वो जानना चाहती है
की वो कहाँ है और क्या कर रही है, फिल्म डेढ़ घंटे की है और इस में फिल्म
का हीरो परवीन दबास एक शादीशुदा इंसान है, इसकी पत्नी का किरदार फिल्म में
केवल परवीन के मोबाइल पर ही आती है, और परवीन जो शादी से पहले एक दिलफेंक
इंसान था अपनी पत्नी से ऊब चूका है और उसकी ज़िन्दगी में उसकी पूर्व
प्रेमिका शिवांगी मेहरा का पुनर्प्रवेश होता है, हर्ष छाया इसमें प्रवीन के
हर संकट के समय संकटमोचन बन कर आता है, पूरी फिल्म इनके किरदारों के आसपास
घुमती है जिसे काफी हद तक हास्य परिस्थितियों में ढाला गया है, बाकी फिल्म
का असली रोमांच तो बड़े परदे पर ही आएगा.
फिल्म
के नायक परवीन दबास एक लोकप्रिय एक्टर व मॉडल हैं जिन्होंने हाल ही में
अपनी पत्नी प्रीती झंगियानी द्वारा निर्मित फिल्म 'सही धंदे गलत बन्दे' का
निर्देशन भी किया है, परवीन ने फिल्म दिल्लगी से अपने फिल्म सफ़र की
शुरुवात की थी, जिसके बाद उन्होंने दी हीरो, मैंने गाँधी को नहीं मारा, और
खोसला का घोसला के लिया तो उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली. परवीन इस
फिल्म "गिफ्ट @ काफी शॉप" में अपने किरदार को लेकर खासे उत्साहित हैं और उन्हें विश्वास है की इस फिल्म से अनेक सम्भावनाये हैं.
अभिनेता हर्ष छाया ने ज़ी की धारावाहिक 'तारा', फिल्म 'फैशन', 'मिथ्या', 'कारपोरेट',
'लागा चुनरी में दाग', और 'कंपनी' के बाद किसी अच्छी भूमिका की तलाश में
थे क्योंकि हर फिल्म में उनका किरदार काफी गंभीर किस्म का रहा है, और वो
किसी अलग तरह का किरदार निभाना चाहते थे, जब उन्हें इस फिल्म "गिफ्ट
@ काफी शॉप" की कहानी सुनाई गई तो वो ना नहीं कह सके क्योंकि इस फिल्म में
वो एक ऐसे संकटमोचन का किरदार निभा रहे हैं जो हर संकट को बड़े सहज भाव से
सामना करता है और कभी कभी हास्यात्मक तरीके से सुलझाता है.
फिल्म "गिफ्ट
@ काफी शॉप" में संगीत विश्वजीत आर.बी. का है, नृत्य पियूष पंचाल का,
कैमरा उत्तम ढकाल का, संपादन शैलेश भारती और एक्स निर्माता हैं आनंद
उपाध्याय. फिल्म के दुसरे प्रमुख कलाकार है शिवांगी मेहरा व मुकेश भट्ट.
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