भोजपुरी सिनेमा के "50 साल" के सुनहरे दौर का आकर्षण चारो तरफ फ़ैल रहा है, शायद यही वजह है कि आज भोजपुरी सिने जगत में हर भाषा के कलाकरों का पदार्पण हो रहा है. जी हाँ, छत्तीसगढ़ी फिल्मों के चर्चित अभिनेता पेशे से एडिशनल एस०पी० "शशिमोहन सिंह" तथा 3 दर्जन से अधिक छत्तीसगढ़ी फिल्मों के अभिनेता- "रजनीश झांजी" के बाद अब वहाँ की चर्चित अभिनेत्री "रीमा सिंह" ने भोजपुरी सिने जगत में कदम रख दिया है.
छत्तीसगढ़ी भाषा की निर्माता- "राकी दासानी व प्रकाश अवस्थी" एवं निर्देशक - "सतीश जैन" की ( सिल्वर जुबली) फिल्म-"मया" से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली रीमा सिंह ने लगभग एक दर्जन फिल्मों बतौर नायिका काम कर चुकी हैं, अन्य प्रमुख हिट फिल्मों की बात करें तो "सजना मोर", "भोला और शंकर", "राम बनाही जोड़ी", "दिल परदेशी होगे रे", "सलाम छत्तीसगढ़" एवं "मोहिनी" इत्यादि है.
भिलाई छत्तीसगढ़ में पली-बढ़ी रीमा सिंह छत्तीसगढ़ी भाषा के अलावा पैतृक गाँव महमदपुर, छपरा (बिहार) होने की वजह से भोजपुरी भी फर्राटेदार बोलती है, उनकी "राजीव दास" निर्देशित एवं "सुनील छैला बिहारी"अभिनीत भोजपुरी फिल्म- "छैलाबाबू तू कईसन दिलदार बाड़ा हो" पिछले साल प्रदर्शित हो चुकी है. जिसमें उन्होंने गाँव की नटखट, चुलबुली लड़की की भूमिका निभाया था. पहली बार भोजपुरी भाषा में अभिनय करना उन्हें बहुत अच्छा लगा था और अब लम्बे अन्तराल के बाद फिर से निर्माता- "अजेश मिश्रा" एवं निर्देशक - "कौशल किशोर" की फिल्म- "जख्मी औरत" के माध्यम से भोजपुरी सिनेमा में सक्रिय हो गयी है. इसके अलावा अन्य कई भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग शीघ्र ही शरू होने वाली है.
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माधुरी दीक्षित के अभिनय व नृत्य की कायल "रीमा सिंह' कहती हैं कि- "बचपन से ही मैं माधुरी दीक्षित जी की प्रशंसक रही हूँ तथा उनका नृत्य व अभिनय मुझे बहुत प्रभावित करता है और सच कहूं तो उनकी फिल्मों को देखकर ही मुझे अभिनय के प्रति लगाव हुआ और आज बतौर अभिनेत्री कार्यरत हूँ."
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