Wednesday, 1 August 2012

'लक्ष्मण रेखा' पार किया 'अर्चना सिंह' ने

 
      सिनेमा के  रुपहले परदे का आकर्षण हर कलाकार को अपनी ओर खींच  ही लेता है. भारत देश के कोने-कोने से लोग सपनों का शहर माया नगरी मुंबई की तरफ कोई घूमने के बहाने तो कोई किस्मत अजमाने की वजह से बरबस ही खिचे चले आते हैं. जी हाँ, कुछ इसी तरह के खिचाव की राह पर अभिनेत्री 'अर्चना सिंह' भी चल पड़ी थी. जब वह मुंबई सिर्फ घूमने के इरादे से आई थीं, तो उन्होंने सपने में भी नही सोचा था कि वह फिल्म अभिनेत्री बनकर मुंबई की ही होकर रह जाएगी.
 
       कैमूर, भभुआ, बिहार की खूबसूरत बाला 'अर्चना सिंह'  भोजपुरिया माटी में पली-बढ़ी तथा  वहीं से स्नातक तक  की पढ़ाई पूरी  कर लेने  के बाद मुम्बा देवी की पावन धरती मुंबई  की सैर करने आई थी. यह एक संयोग ही कहा जायेगा जब उन्हें दूरदर्शन के लिए 'कमर्शियल एड' में काम करने का मौका मिला. उसके बाद दूरदर्शन का ही 'निग्रो मेंहदी'  का भी एडवरटाईज में काम मिल गया. उसी दौरान 'कैटलाक प्रिंट शूट' में भी सेलेक्शन हो गया. बस एक के बाद एक काम मिलता गया और देखते ही देखते 'अर्चना सिंह' अभिनय कला में व्यस्त हो गयीं.

       मगर  भोजपुरी टी.वी. चैनल 'महुआ टी.वी.' का चर्चित धारावाहिक 'स - से सरस्वती' में सरस्वती की देवरानी का नकारात्मक  किरदार से भोजपुरिया दर्शकों के बीच ज़बरदस्त पहचान बनी. और उसी धारावाहिक की शूटिंग के दौरान निर्देशक- मनोज गिरी से मुलाकात होने पर निर्माता- अशोक गुप्ता तथा बृजेश सिंह की भोजपुरी फिल्म- 'लक्ष्मण रेखा' में भी अभिनय कला का जौहर दिखाने का मौका मिल गया. इस फिल्म में 'अर्चना सिंह' के अलावा मुख्य भूमिकाओं में विनय आनंद एवं गुंजन पन्त हैं.  अर्चना सिंह अभिनीत और भी कई भोजपुरी फिल्में फ्लोर पर है जो जल्द ही दर्शकों के बीच प्रदर्शित होगी.



PRO-Ramchandra Yadav

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